अवशय लगाएं ।
नहीं रखें, उसे पैर नहीं लगाएं, न ही उसके
ऊपर से गुजरे अन्यथा घर में बरकत
की कमी हो जाती है। झाड़ू हमेशा छुपा कर
रखें |
ऐसा करने से बुरे सपने आते हैं।
या उल्टे सीधे करके नहीं रखने चाहिए इससे
घर में अशांति उत्पन्न होती है।
आसन बिछा कर पूर्व या उत्तर की ओर मुंह
करके बैठ कर करनी चाहिए । पूजा का आसन
जुट अथवा कुश का हो तो उत्तम होता है |
इससे देवता भी खुश होते हैं और
पितरों को भी शांति मिलती है |
रखें जो जितना संभव हो ईशान कोण के
हिस्से में हो |
पवित्रता के प्रतीक साधनों को मुंह से फूंक
मारकर नहीं बुझाएं।
की सामग्री दक्षिण पूर्व में रखें अर्थात
आग्नेय कोण में |
स्वास्तिक बनाएं।
वरना भाग्य और कर्म पर जाले लगने लगते हैं
और बाधा आती है |
अथवा सेंधा नमक से घर में पोछा लगाएं |
इससे नकारात्मक ऊर्जा हटती है |
की किरने आपके पूजा घर में जरुर पहुचे सबसे